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    Thursday, April 25, 2024
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      जेवर बेच शौचालय बनाया, पिछले 8 माह से लगा रहा बाबूओं का चक्कर, कोई नहीं सुन रहा

      “स्वच्छ भारत अभियान की सफलता की जिम्मेवारी हरेक नागरिक पर है। यह हर भारतीय नागरिक की आवश्यकता भी है, लेकिन जब इसकी भागीदारी में अफसरों की मनमानी के घुन लग जाएं और आम आदमी को विभागों का चक्कर लगाना पड़े तो एक प्रश्न चिन्ह खड़ा होना लाजमि है…….”

      नालंदा (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)। ऐसा ही मामला मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र नालंदा जिले के करायपशुराय प्रखंड के मकरौता गांव की है, जहां पिछले 8 महीनों से लाभार्थी इंद्रजीत पासवान को अपने ही हक के लिए 8 महीनों से प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है।

      गौरतलब है कि इंद्रजीत पासवान ने स्वछता अभियान के तहत अपने घर मे शौचालय का निर्माण कराया था। शौचालय निर्माण के 8 महीने बीत जाने के बावजूद अभी तक लाभार्थी इंद्रजीत पासवान को सरकारी उदासीनता व बैंककर्मियों की घोर लापरवाही के कारण 12 हजार की शेष राशि की भुगतान अभी तक नहीं है।

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      यही कारण है कि इंद्रजीत पासवान को शेष राशि की भुगतान के लिए पिछले 8 महीनों से प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगा रहा है

      इंद्रजीत पासवान ने बताया कि विभाग के द्वारा शौचालय निर्माण पूरा होने के बाद शेष राशि की भुगतान करने की बात कही गई थी। जिसके एवज में लाभार्थी इंद्रजीत पासवान ने अपने घर में रखे जेवर को गिरवी रखकर शौचालय का निर्माण कराया।

      लेकिन अभी तक शेष राशि का भुगतान नहीं होने के कारण लाभार्थी इंद्रजीत पासवान को महाजन के यहां अपने गिरवी रखे जेवर के एवज में सूद भरना पड़ रहा है।

      इंद्रजीत पासवान ने बताया कि घर के बहू बेटियों को रात के समय शौचालय के लिए बाहर खेतो में जाना पड़ता था जिसके कारण किसी भी अनहोनी की आशंका बनी रहती थी लेकिन शौचालय के निर्माण होने से अब घर की इज्जत घर में रहती है।

      वहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी मीनू श्रीवास्तव ने बताया कि प्रखंड कार्यालय से शेष राशि 12 हजार का भुगतान किया जा चुका है, लेकिन बैंककर्मियों की लापरवाही के कारण लाभार्थी इंद्रजीत पासवान का बकाया भुगतान अब तक लंबित है।

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