“पेशी के दौरान कैदी के भागने की कोई यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले पिछले सात सितम्बर माह में इस्लामपुर थाना से पेशी के लिए लाया कैदी जयराम कुमार भी चौकीदार को चकमा देकर कोर्ट परिसर से भाग गया। पेशी के लिए कोर्ट में लाए जाने वाले कैदी को कड़ी सुरक्षा में नहीं लाया जाना भागने का सबसे बड़ा बताया जाता है…..”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क (धर्मेंद्र)। नालंदा जिले के अपराधियों के मन में पुलिसिया कार्रवाई का कितना खौफ है, इसका खुलासा तब हुआ, जब पुलिस अभिरक्षा में वाहन से कूदकर एक कैदी भाग गया। हालांकि बड़ी मशक्कत के बाद भगोड़ा कैदी पकड़ा गया, लेकिन भागने और पकड़े जाने के बीच के वक्त तक पुलिस का हाथ-पांव फूलते रहे।
चंडी थाना इलाके में स्नेचिंग की घटना में चार बाईक सवार भीड़ के हत्थे चढ़ गया। पुलिस काफी मशक्कत के बाद चारो को अपने कब्जे में लेकर थाना पहुंची।
स्वास्थ्य परीक्षण कराए जाने के बाद रविवार को चंडी थाना पुलिस पकड़े गए स्नेचरों में दो के नाबालिग होने पर जेजेबी बिहारशरीफ भेजा और दो आरोपी को पेशी के लिए हिलसा कोर्ट भेजा।
चौकीदार की अभिरक्षा में स्नेचर दीपक और रुदल को टेम्पो से हिलसा लाया जा रहा था। हिलसा शहर में घुसते ही स्नेचर दीपक हाथ में लगी हथकड़ी सरकाया और चलती टेम्पो से कूद गया।
जब तक चौकीदार कुछ समझता इससे पहले स्नेचर दीपक पकड़ से बहुत दूर हो चुका था। चौकीदार की सूचना पर पुलिस महकमें में हड़कम्प मच गया। हिलसा शहर के चप्पे-चप्पे पर स्नेचर दीपक की खोजबीन में पुलिस लग गयी।
काफी मशक्कत के बाद स्नेचर ब्लॉक परिसर में एक पेड़ के नीचे खुले बदन पकड़ा गया। स्नेचर दीपक को गिरफ्त में लेने के बाद पुलिस राहत की सांस ली।