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    Saturday, April 20, 2024
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      कायस्थों के हक-हकूक तथा उत्पीड़न के खिलाफ अनशन करेंगे संजय रघुवर

      देश की सर्वाधिक 99 प्रतिशत शिक्षित समाज आज बेरोजगारी के साथ -साथ समाज के लोगों के भेदभाव का भी शिकार है। कहने को देशभर में कायस्थों के हजारों संगठन है। बावजूद समाज के लोगों के साथ एक भी संगठन खड़ा नहीं है। बंद एसी कमरे में कायस्थों के उत्थान को लेकर बड़ी -बड़ी बातें होती है। लेकिन परिणाम कुछ भी नहीं ।”

      पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज ब्यूरो )। अब तक की जो धारणा रही है उसके अनुसार ‘कायस्थ’ समाज में संगठन का महत्व नहीं रहा है।जाति के नाम पर समाज के लोगों ने हमेशा एक दूसरे की टांग खिंचाई ही करते रहे हैं। ‘एकता ही बल’ है के सिद्धांत पर विश्वास नहीं रखने कायस्थ समाज कई संगठनों और समूहों में विभक्त एकता से कोसो दूर हैं ।kaysth socialism problm1

      कभी भारत पर आक्रमण करने वाले हूण राजाओं को अपनी शौर्यता  के बल पर लोहे के चने चबाने वाले इस समाज के वीर राजाओं के वशंजों की आज स्थिति काफी दयनीय है। समाज राजनीतिक हाशिए पर खड़ा हो गया है। समाज के कुछ गिने चुने नेता अपनी विरासत की बोई फसल से राजनीति में काम चला रहे हैं । समाज के विभिन्न राजनीतिक दलों के स्वजातीय नेता एक दूसरे की आलोचना कर अपनी राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं ।

      कायस्थों के दुःखद स्थिति, उनकी पीड़ा तथा उनके खिलाफ हो रहे अन्याय और शोषण  को लेकर लोकतांत्रिक जनता दल बिहार के प्रदेश महामंत्री संजय रघुवर सामने आएं हैं। कायस्थों के हक हकूक तथा उनके खिलाफ शोषण और अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ने का बिगुल फूंक दिया है।

      उन्होंने  16 अगस्त को  रोहतास के शिवसागर प्रखंड सह अंचल कार्यालय पर अनिश्चित कालीन  उपवास रखने का निर्णय लिया है।  उन्होंने इस अनिश्चित कालीन उपवास के लिए सभी कायस्थ सामाजिक संगठनों से नैतिक समर्थन देने के लिए एक मार्मिक अपील की है।

      लोकतांत्रिक जनता दल बिहार के प्रदेश महामंत्री संजय रघुवर ने सभी कायस्थ समूहों और मंचों से समाज के लोगों से अपील की है  कि उनके साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ खड़ा होने का समय आ गया है। यदि अन्याय होगा तो समूचा कायस्थ परिवार उनके साथ खड़ा है।

      उन्होंने कहा कि  मैं जानता हूं कि मेरे इस  वक्तव्य से समाज के कथित लोगों को  पीड़ा पहुंचेगी और मेरे खिलाफ  टिप्पणियां होंगी, हो सकता है कि कई समूह  मुझे हटा भी दे,  खैर जो भी हो। अन्याय के खिलाफ मेरे संघर्ष जारी रहेंगे और कायस्थों के लिए मेरे शरीर के एक-एक बूंद खून समर्पित है।

      उन्होंने कहा कि मैं विभिन पोर्टल के माध्यम से बिहार के तमाम गरीब कायस्थ भाई बहनों से निवेदन करना चाहता हूं कि उनकी जो समस्याएं हैं। जो शोषण उत्पीड़न है, उसे अवगत कराने के लिए लोकतांत्रिक जनता दल बिहार के राज्य कार्यालय आईएएस कॉलोनी किदवई पुरी पटना के कार्यालय में सप्ताह के हर बृहस्पतिवार को हमसे मिले हम आपके पीड़ाओं में साथ हैं साथ रहेंगे।

      लोकतांत्रिक जनता दल बिहार के प्रदेश महामंत्री संजय रघुवर ने कायस्थों के खिलाफ हो रहे अन्याय और शोषण को लेकर विभिन्न कायस्थ समूहों में अपनी मन की पीड़ा व्यक्त करते हुए लिखा है कि लखीसराय में एक कायस्थ की हत्या हो जाती है। उस परिवार की आर्थिक हालत दयनीय थी। मुझे  जमुई के चित्रांश साथी श्री सुप्रकाश सिन्हा ने  दूरभाष पर अवगत कराया था।

      सूचना मिलते ही लखीसराय जिला अंतर्गत गया था और वहां मजदूरों के बीच कार्यरत साथी संतोष सिन्हा  से अनुरोध किया था कि हम लोगों को कम से कम मृतक के घर पर जाना चाहिए उनके परिजनों से मिलना चाहिए मिलने के बाद जो सरकारी सहायता हो अभियुक्त की गिरफ्तारी का मामला हो या अन्य मामले हो जो सरकार के स्तर की जा सकते हो करना चाहिए। अफसोस है कि मेरे साथ स्थानीय एक भी चित्रांश साथी मृतक के घर पर नहीं गए। मुझे बैरंग लौटना पड़ा।

      पटना में सुप्रसिद्ध चिकित्सक वर्तमान में पटना मेडिकल मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक श्री राजीवरंजन सिन्हा साहब के घर पर आयोजित चित्रांश की बैठक में मैंने उस घटना की चर्चा की थी मैंने कई कायस्थ समाज के संगठन कर्ताओं से भी अनुरोध किया था लेकिन किसी ने भी मेरे अनुरोध को अपने संज्ञान में नहीं लिया।

      श्री रघुवर ने अपने पोस्ट में एक और घटना का जिक्र करते हुए लिखा कि  इसी तरह से रोहतास जिला अंतर्गत शिवसागर प्रखंड के ग्राम बरेला निवासी श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव के साथ विगत कई महीने से मानवाधिकार का हनन किया जा रहा है। इंदिरा आवास जिसे प्रधानमंत्री आवास कहते हैं का राशि रुकवा दिया गया। यह आदमी कर्ज लेकर के या रिश्तेदारों के मदद से यार मित्रों के मदद से मकान मकान को पूरा करता लेकिन पुलिस के द्वारा मकान निर्माण पर अवैधानिक रूप से रोक लगाया गया।

      किसी भी न्यायालय का यह आदेश नहीं था कि पुलिस मकान निर्माण में रोक लगाएं जब यह बात मेरे संज्ञान में आई तो मैं दिल्ली गया था वहां राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के समक्ष ज्ञापन सौंपा जिसकी प्रति हमने क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक पटना को भी भेजा था। पुलिस महानिरीक्षक में रोहतास जिले के एसपी को निर्देश दिया था लेकिन बाबू नीतीश कुमार जी के सुशासन में आईजी के निर्देश के बावजूद एक सिपाही भी जांच करने नहीं गया।

      विगत 11 जुलाई को हमने महामहिम राज्यपाल एवं मुख्य सचिव बिहार तथा सचिव राज्य मानवाधिकार आयोग बिहार पटना को ज्ञापन सौंपकर अनुरोध किया की प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि दी जाए साथ ही साथ जिन अधिकारियों ने प्रताड़ना का काम किया है उनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की जाए मुख्य सचिव ने सचिव ग्रामीण विकास विभाग को निर्देश भी दिया था। लेकिन उस आदेश का अनुपालन नहीं हुआ।  आज मनोज का परिवार सड़क पर खड़ा है। बरसात का मौसम है बरसों पुराना मिट्टी का घर गिर सकता है। लोगों की मृत्यु हो सकती है। मुझे अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि एक भी कायस्थ महासभा जो  जाति के नाम पर  संगठन चलाने वाले लोग के कान पर जूं नहीं रेगेंगा।

      लोकतांत्रिक जनता दल बिहार के प्रदेश महामंत्री संजय रघुवर ने मन की पीड़ा व्यक्त करते हुए लिखा है  मेरे मन में बार-बार सवाल उठ रहा है कि आखिर कायस्थ महासभा जैसे  जातीय संगठन का क्या मतलब? आखिर सामाजिक संगठनों का क्या काम है? पोर्टल पर जितने कष्टों से संबंधित सामाजिक संगठन की चर्चाएं चलती है दिखाई पड़ते हैं वह धरातल पर नजर नहीं आते मेरा  किसी  भी कायस्थ संगठन से भेदभाव नहीं है मैं सभी सामाजिक संगठनों का सम्मान करता हूं लेकिन मेरा  प्रश्न हैं कि समाज में जब अपने लोग अन्याय और शोषण के शिकार हो रहे हो तो आखिर उनकी मदद के लिए आगे कौन आएगा?

      लोकतांत्रिक जनता दल बिहार के प्रदेश महामंत्री संजय रघुवर का यह तीखा सवाल उन जाति के रहनुमाओं से है जो वातानुकूलित बंद कमरों में बैठ कर समाज को दिशा प्रदान करते हैं ।साथ ही उन्होंने समाज के उन राजनीतिक नेताओं को आईना भी दिखाया है जिन्हें  सिर्फ़ चुनाव के वक्त जाति की याद आती है ।

      देखना है श्री रघुवर की इस सकारात्मक पहल में कितने सामाजिक संगठन और नेताओं का समर्थन मिलता है या नहीं ।

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