“बिहार में जिस तरह से सरकार अपनी विकास योजनाओं का अमलीजामा पहना रही है और प्रशासन तंत्र आम जन को मूर्ख बना रही है। अब लोग भी अपने विरोध के तरीके बदल रहे हैं, जो काफी शर्मसार करने वाली है और सुशासन-विकास के चेहरे पर सीधे कालिख पोतती नजर आती है……..”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। खबर है कि मुफ्फरपुर के औराई प्रखंड मुख्यालय में ओडीएफ लाभुकों ने कमीशनखोरी और भुगतान न होने से क्षुब्ध होकर लोटा आंदोलन शुरू कर दिया। पर्दशनकारियों का कहना रहा कि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो शौच कर के पूरा परिसर को गंदा कर देंगे।
दरअसल, दो साल से अधिक समय से शौचालय निर्माण के बाद भी जब प्रोत्साहन राशि नहीं मिली तो ग्रामीणों ने अधिकारियों के पास आकर विरोध करने का फैसला लिया।
इसी क्रम में औराई प्रखण्ड मुख्यालय में सुबह-सुबह लोटे के साथ ग्रामीण आ धमके। सर्द मौसम में भी ग्रामीणों की भीड़ प्रखण्ड मुख्यालय में जमी रही। ग्रामीणों ने गांव में भुगतान के 2000 कमीशन मांगे जाने का विरोध किया।
जन संघर्ष मोर्चा के बैनर तले जुटे लाभुकों ने 24 जनवरी तक शौचालय निर्माण के लिए सरकार द्वारा दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि के भुगतान नहीं होने पर प्रखंड परिसर को शौच से ही गंदा कर लेने का एलान किया है।
प्रदर्शनकारियों ने फिर से लोटा लेकर ही प्रखंड कार्यालय पहुंचने की चेतावनी दी है। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में पुरुषों के महिलाओं ने भी भाग लिया।
हालांकि, जिले के सभी 16 प्रखंडों में शौचालय निर्माण के प्रोत्साहन राशि के भुगतान के लिए कैम्प लगाने का निर्देश डीएम ने दिया था, लेकिन औराई में महज 35 फ़ीसदी लोगों को ही अब तक भुगतान किया गया। जिन लाभुकों को शौचालय के बदले भुगतान भी किया गया उनसे 2000 की कमीशन ली गई।
आरोप है कि बिना कमीशन के शौचालय निर्माण के प्रोत्साहन राशि खाते में नहीं आएगी। ऐसे में ग्रामीणों ने एकजुट होकर सरकार और प्रशासन का ध्यान इस कमीशनखोरी की ओर दिलाने का फैसला लिया है।