नालंदा (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)। अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक स्थल राजगीर में एक ओर विश्व शांति स्तूप के वार्षिकोत्सव में राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री, राज्यपाल सहित देश विदेश के गणमान्य लोग त्याग के देवता भगवान बुद्ध की पूजा अर्चना में लीन हैं।
वहीं दूसरी ओर सत्ताधारी दल भाजपा के नेता पुलिस प्रशासन के संरक्षण में राजगीर थाना परिसर से सटे ज़मीन का फर्जी कागजात पर अवैध ज़मीन कब्जा कर रहे है और निर्माणकार्य जारी है।
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार राजगीर थाना से सटे यह विवादित ज़मीन जिला परिषद और रेलवे की भूमि है। फ़र्ज़ी कागजात के साथ दर्जनों लोग इस जमीन पर मालिकाना हक का दावा करते है, लेकिन कई सालों से उनके कब्जा का प्रयास असफल रहा।
इधर वर्तमान राजगीर थानाध्यक्ष की मिलीभगत से राजगीर बंगाली पारा, थाना परिसर से सटे अवैध ज़मीन पर कब्जा करकट घेरकर किया जा रहा है।
कहते हैं कि भाजपा नेता विकास कुमार और राजगीर थानाध्यक्ष संतोष कुमार के स्वजातीय करीबी सम्बंध-मिलीभगत से यह अवैध कब्जा हो रहा है, जिसमे नगर पंचायत प्रशासन और स्थानीय प्रशासन की भी भूमिका काफी संदिग्ध है।
आश्वस्त सूत्र बताते है कि हिस्सेदारी के आधार पर प्रशासनिक लोग चुप्पी में है। तभी तो बिना कागजात, नगर प्रशासन के आदेश के बगैर निर्माण कार्य चल रहा है।
लोग बताते है कि उक्त ज़मीन पर कब्जा कर रहे नेता भाजपा पार्टी कार्यकर्ताओं के लिये पार्टी कार्यालय बनाने का निर्णय लिए है,जिस वजह से सफेदपोशों का भी सहयोग मिल रहा है।
मामला चाहे जो होन लेकिन पुलिस प्रशासन के मिलीभगत से सरकारी ज़मीनों पर अवैध कब्जा सुशासन पर सवाल खड़ा कर रहा है।