सरायकेला (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)। झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के कोल्हान में हुई मॉब लिंचिंग के मामले में ऑल इंडिया मजिलस-ए-इत्तेहादुल मुसलीमीन (एआइएमएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी हस्तक्षेप किया है।
उन्होंने इस घटना पर अफसोस जताते हुए कहा कि इस तरह की घटनाओं के लिए राज्य और केंद्र सरकार दोषी है।
ओवैसी ने कहा कि सरकार पूरी तरह फेल है और मुसलिम समुदाय पर हमला किया गया और पुलिस द्वारा उसका इलाज तक नहीं कराया गया।
उन्होंने कहा कि देश भर में मुसलमानों के खिलाफ चल रही मुहिम का ही यह असर है।
वेशक सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया और सीनी थाना क्षेत्र के बीचोबीच गुस्साई भीड़ के हमले के शिकार मुसलिम युवक की मौत का मुद्दा काफी गरमा गया है।
इस मुद्दे को लेकर राज्य सरकार ने कोल्हान डीआइजी कुलदीप द्वेदी के नेतृत्व में एक स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) का गठन कर दिया है।
यह एसआइटी अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगा कि किन परिस्थितियों में यह घटना घटी है और कौन लोग इसके लिए जिम्मेदार है।
दूसरी ओर, पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए गम्हरिया के थाना प्रभावी अविनाश कुमार और सीनी के थानेदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। कार्य में लापरवाही का आरोप लगाते हुए उनको सस्पेंड किया गया है।
जबकि सरायकेला थाना के थाना प्रभारी के खिलाफ एसपी सरायकेला एस कार्तिक खुद जांच कर रहे है। इस मामले में अब तक पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
मॉब लिंचिंग की जांच के बारे में अद्यतन जानकारी देते सरायकेला के एसपी एस कार्तिक…………