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    Friday, April 19, 2024
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      ‘आम’ से ‘खास’ हो गई बैठक,पार्षद और कार्यपालक के बीच बहस, भ्रष्टाचार बना मुद्दा,तोड़ी कुर्सियां

      हिलसा (चन्द्रकांत)। शहर के चहुमुंखी विकास के लिए बुलाई गई ‘आम’ बैठक  तब अचानक ‘खास’ हो गई जब भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाकर वार्ड पार्षद न केवल कुर्सियां तोड़ीं बल्कि नगर कार्यपालक पदाधिकारी से जमकर बहस करने लगी। एक लंबी अवधि के बाद गुरुवार को वार्ड पार्षदों की आम बैठक बुलाई गई थी।

      हिलसा नगर परिषद के मीटिंग हॉल में मुख्य पार्षद जयंती देवी, उपमुख्य पार्षद मुकेश कुमार एवं नगर कार्यपालक पदाधिकारी दीनानाथ एक तरफ बैठे थे। इसके ठीक समाने वार्ड पार्षदों के बैठने के लिए कुर्सियां लगी हुई थी।

      hilsa news 1 2वार्ड पार्षद मीटिंग हॉल में घुसते ही बैठने वाली कुर्सी देख गरम हो गए। बैठने से इंकार करते हुए वार्ड पार्षद कुर्सी बदलवाने की मांग करने लगे।

      नगर कार्यपालक पदाधिकारी दीनानाथ द्वारा समझाने की कोशिश किए जाने पर वार्ड पार्षद न केवल भड़के बल्कि कुर्सियों को यत्र-तत्र फेंक दिए। जमीन पर यत्र-तत्र फेंके जाने से कई कुर्सियां टूट गई।

      इसके बाद वार्ड पार्षदगण नगर कार्यपालक पदाधिकारी के समक्ष खड़े होकर विरोध जताने लगे। इस दौरान वार्ड पार्षद न केवल जमकर नारेबाजी की बल्कि नगर कार्यालय को भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा अखाड़ा बताया।

      वार्ड पार्षदों ने कहा कि नगर कार्यालय में हर जगह भ्रष्टाचार का बोलबाला है। नियम की आड़ में आमजनों से अवैध ऊगाही किया जाता है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

      वार्ड पार्षद और नगर कार्यपालक पदाधिकारी के बीच भ्रष्टाचार को लेकर करीब आधा घंटे से अधिक समय से बहस हुई। स्थिति सामान्य होने के बजाए बिगड़ते देख मुख्य पार्षद, उपमुख्य पार्षद तथा नगर कार्यपालक पदाधिकारी उठ कर चले गए। बगैर किसी फलाफल के बैठक से उठकर चलने जाने के विरोध में भी विक्षुब्ध वार्ड पार्षदों ने जमकर नारेबाजी की।

      इस मौके पर वार्ड पार्षद विजय कुमार विजेता, शैलेन्द्र कुमार, अख्तर आलम, सुरेन्द्र प्रसाद, साधना देवी, मीना देवी, रेखा देवी, विजय कुमार, सत्येन्द्र प्रसाद, त्रिभुवन कुमार आदि वार्ड पार्षद मौजूद थे।

      विरोध जताने वालों में सत्ता पक्ष के सदस्य भी शामिल

      वार्ड पार्षदों की आम बैठक में विरोध जताने वालों में विपक्षी गुट के अलावा सत्ता पक्ष के सदस्य भी शामिल थे। विपक्षी गुट नगर कार्यपालक पदाधिकारी के समक्ष भ्रष्टाचार के मामलों को ऊंगली पर गिना रहे थे। उस समय मजबूती से उनकी आवाज को बुलंद करने में सत्ता पक्ष के सदस्य भी सहयोग कर रहे थे।

      नियम विरुद्ध काम करना असंभवः 

      नगर कार्यपालक पदाधिकारी दीनानाथ ने कहा कि किसी भी स्थिति में विभागीय नियम के विरुद्ध काम नहीं किया जा सकता है। विरोध के संबंध में पूछे जाने पर कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा कि कुछेक वार्ड पार्षद नियम की अनदेखी कर कार्य करवाना चाहते हैं, जो कतई संभव नहीं है।

      उन्होंने स्पष्ट कहा कि बगैर एलपीसी के न तो किसी को आवास योजना का लाभ मिलेगा और न ही बगैर टैक्स भुगतान के किसी को जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत किया जाएगा। एक सवाल के जबाब में नगर कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा कि हम वार्ड पार्षदों की हर सवालों का जबाब देने को तैयार हैं।

      किसी भी वार्ड पार्षद को कुछ मुद्दों को लेकर चर्चा करनी है तो कभी भी चर्चा कर सकते हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि नगर कार्यालय में भ्रष्टाचार चरम होने का लगाया जा रहा आरोप बिल्कुल ही गलत है।

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