“45 दिन के अंदर स्पीडी ट्रायल करके सभी आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए। पीड़िता के स्वावलम्बन के लिए राज्य सरकार 50 लाख रुपए मुआवजा दे और राजगीर थानाध्यक्ष सन्तोष कुशवाहा को बर्खास्त कर किसी निष्पक्ष पुलिस अफसर को केस का आईओ बनाया जाए……………”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क। नालंदा जिले के अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन-धर्म स्थल राजगीर के विपुलगिरी पर्वत इलाके में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म के 20 दिन बाद सामाजिक संगठन बेटी बचाओ मोर्चा के बैनर तले राजगीर के नईपोखर ठाकुरबाड़ी में न्याय की मांग को लेकर आगामी 13 अक्टूबर को बैठक बुलाई गई है।
इस बैठक में लोगों से भारी संख्या में जुटकर ऐसी बर्बरतापूर्ण घटनाओं के खिलाफ जनआंदोलन खड़ा करने का आह्वान करते हुए इस दौरान लोगों से विरोध स्वरूप बांह पर काली पट्टी बांधने का अनुरोध किया गया है।
मोर्चा के संयोजक पूर्व एमएलसी रमेश प्रसाद सिंह का कहना है कि ऐसी घटना के खिलाफ समाज का स्वत: स्फूर्त आंदोलित नहीं होना, चिंता का विषय है। सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों को इतनी कड़ी सजा मिलनी चाहिए कि अपराधियों में खौफ पैदा हो।
मोर्चा की मांग है कि 45 दिन के अंदर स्पीडी ट्रायल करके सभी आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए। पीड़िता के स्वावलम्बन के लिए राज्य सरकार 50 लाख रुपए मुआवजा दे और राजगीर थानाध्यक्ष सन्तोष कुशवाहा को बर्खास्त कर किसी निष्पक्ष पुलिस अफसर को केस का आईओ बनाया जाए।