बिहार शरीफ (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बात जब विकास की हो तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी का गृह जिला नालन्दा के विकास की चर्चा होती है।
हो भी क्यों नही। सभी विभागों के आंकड़ो में नालन्दा सर्वश्रेष्ठ श्रेणी पर आता है, लेकिन जब सत्ताधारी दल के सहयोगी भाजपा के हीं लोग यदि सरकारी व्यवस्था की पोल खोलने लगे तो दाल में कुछ काला तो ज़रूर है।
नालन्दा में स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलता भाजपा के चिकित्सा मंच के संयोजक डॉ आशुतोष कुमार अपने फेसबुक पेज पर लिखते हैं कि
“सीएम नीतीश के गृह जिला के अस्पताल में करोड़ो की लूट। आयुष्मान भारत योजना तक को बेच डाला “।
डॉ आशुतोष के इस पोस्ट ने नालन्दा के खस्ताहाल स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलने में कोई कसर नही छोड़ी।
जिले के सभी प्रखंडो के अस्पताल में चरमरायी स्वास्थ्य कही न कही कमीशन खोरी और बड़े लूट की ओर इशारा करती है।
सच भी है कि नालन्दा में आयुष्मान भारत योजना के लाभुक सूची में कौन लोग पात्र हैं यह भी किसी को नही पता। सारी योजना नालन्दा में भी टाँय टाँय फीस साबित हो रही है।
लेकिन जिस प्रकार भाजपाई लोग अपने ही सरकार को उँगली कर रहे है, शायद विपक्ष के रोल में आ गए हो।
बहरहाल मुख्यमंत्री जी का नालन्दा है और स्वास्थ्य विभाग भाजपा के ही मंत्री मंगल पांडेय संभाल रहे है तो इस तरह के पोस्ट राजनीति से जुड़ा है या प्रेशर पॉलिटिक्स यह तो समय बताएगा।
लेकिन यह तो सच है कि पूरा नालन्दा का विभाग राजनेताओं के इशारे पर नाच रहा है , जिसमें करोड़ो की लूट और कमीशनखोरी की समझ सभी को है।
भाजपाइयों के इस तरह के पोस्ट पर तो लोगों ने कहा कि जिला में स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ धरना दिया जाना चाहिए
अब तो समय बताएगा कि भाजपा के नेता नीतीश कुमार के सिस्टम के खिलाफ बोल सकते है तो स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय जी के व्यवस्था के खिलाफ धरना पर बैठेंगे या ये भी एक तरह का विभाग पर प्रेशर पोलटिक्स है राजनीति चमकाने का।