नालंदा में अपराधी बेखौफ हैं और पुलिस-प्रशासन पूर्णतः पंगु, लेकिन चूकि यह जिला सीएम नीतीश कुमार का गृह जिला माना जाता है और यहां सारा तंत्र उन्हीं या उनके चहेतों के ईशारे पर काम करता है, इसलिए यहां जारी अपराध को सुशासन की चादर से ढंक दिया जाता रहा है….
खबर है कि जिला मुख्यालय बिहार शरीफ नगर के अति व्यस्तम ईलाके लहेरी थाना के कमरुद्दीन गंज स्थित वंदना सिनेमा के पास बेखौफ बदमाशों ने कल देर रात एक व्यक्ति को गोलियों से छलनी कर मारकर मौत के घाट उतार दिया है।
मौके पर पहुँची पुलिस ने वारदात स्थल से 3 जिंदा कारतूस और एक खोखा को बरामद किया है।
मृतक की पहचान बिहार थाना इलाके के शेरपुर मोहल्ला निवासी मोहम्मद अशफाक अहमद के रूप में की गई है।
अशफाक सऊदी अरब के कतर में रहकर अपने परिवार का भरण पोषण करते थे।
वे रमजान के मौके पर अपने घर आए हुए थे। देर शाम वे अपने कुछ दोस्तों से मिलने के लिए भैंसासुर गए हुए थे।
वहां से वे घर लौट रहे थे इसी बीच पूर्व से घात लगाए अपराधियों ने उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर मौत के घाट उतार दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही एसपी और डीएसपी मौके पर पहुंचे, उन्होंने घटनास्थल से तीन जिंदा कारतूस और एक खोखा को बरामद किया है।
बहरहाल, इस नृशंस हत्याकांड ने पुलिस तंत्र के नकारेपन की पोल खोल दी है। बदमाशों में पुलिस का कहीं कोई खौफ नहीं दिख रहा है।
सरेराह एक अप्रवासी भारतीय की इस तरह की हत्या, जो अपनी मातृभूमि पर ईद मनाने आता है, पुलिस की चुस्ती का पोस्टमार्टम करने के लिए काफी है। खासकर उस आलोक में जब बीते कल सीएम खुद अपराध की समीक्षा कर वरीय अफसरों को कई निर्देश दिए हों।