“सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा जिले में गजब का सुशासन चल रहा है। यहां हर तरफ ‘समरथ कछु नहीं दोष गोसाईं’ कहावत चरितार्थ हो रही है……..”
बिहारशरीफ (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। चिकित्सा सेवा को कलंकित करने वाले एक शराबी डाक्टर को एक बार फिर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, रेफरल अस्पताल अस्थावां का प्रभारी बना दिया गया है।जिस से स्थानीय लोगों में काफी रोष है।
इतना ही ऐसी जानकारी के बाद महिला और किशोरी रोगी इलाज के लिए अस्पताल जाने में संकोच करने लगी हैं।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अस्थावां (रेफरल अस्पताल) के मौजूद प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाक्टर प्रेम कुमार सिन्हा को स्थानीय थाना की पुलिस ने 24 मई 2017 को शराब पीने के आरोप में दबोचा था और शराबंदी कानून की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया था।
गिरफ्तारी के बाद डॉक्टर प्रेम कुमार सिन्हा को निलंबित कर दिया गया था। तब इस घटना से रेफरल अस्पताल की काफी बदनामी हुई थी। अब एक बार फिर चिकित्सा सेवा को कलंकित करने वाले डाक्टर प्रेम कुमार सिन्हा के हवाले ही रेफरल को कर दिया गया है।
असैनिक शल्य चिकित्सक -सह- मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी नालंदा द्वारा निलंबन मुक्त होने के बाद डॉक्टर प्रेम कुमार सिन्हा को पुनः प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, रेफरल अस्पताल अस्थावां का प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बना दिया गया है। जिस पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं।
स्थानीय समाजसेवियों ने जिलाधिकारी से इस संबंध में अविलंब कारवाई करते हुए डाक्टर प्रेम कुमार सिन्हा का हटाने की मांग की है।